Thursday, April 06, 2017

वो जागे

वो जागे तो सुबह जागे
सूरज घर से आए
ले कर धूप की विजय पताका
अम्बर पर फहराए

वो जागे तो पंछी फिर से
मीठा राग सुनाएं
फूल फूल पर डोल डोल कर
भंवरें गुन गुन गाएं

वो जागे तो पुरवाई भी
खुशबू ले कर आए
उसकी भीनी साँसों से
जीवन को महकाए

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