तुम्हारे
शिकवे
शिकायत
तुम ही जानो
मुझको
यक़ीन है
कि तुमको
मुझसे मोहब्बत है
देखा है
मैंने
तुम्हारी आँखों में
प्यार
गुस्से की झूठी
धुंध के पार
एक नहीं
हज़ार बार
जब भी
गुस्से से
तुम्हारे गाल तमतमाते है
प्यार के रंग
आँखों में उतर आते हैं
जो होंठ बुदबुदाते है
कुछ और ही जताते हैं
कितने तरीकों से
किया है
तुमने इज़हार
शायद इसी को
कहते हैं प्यार
तुम्हारे
शिकवे
शिकायत
तुम ही जानो
मुझको
यक़ीन है
कि तुमको
मुझसे मोहब्बत है
शिकवे
शिकायत
तुम ही जानो
मुझको
यक़ीन है
कि तुमको
मुझसे मोहब्बत है
देखा है
मैंने
तुम्हारी आँखों में
प्यार
गुस्से की झूठी
धुंध के पार
एक नहीं
हज़ार बार
जब भी
गुस्से से
तुम्हारे गाल तमतमाते है
प्यार के रंग
आँखों में उतर आते हैं
जो होंठ बुदबुदाते है
कुछ और ही जताते हैं
कितने तरीकों से
किया है
तुमने इज़हार
शायद इसी को
कहते हैं प्यार
तुम्हारे
शिकवे
शिकायत
तुम ही जानो
मुझको
यक़ीन है
कि तुमको
मुझसे मोहब्बत है
superb
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