SKAND NAYAL
Friday, December 06, 2013
सुनो रौशनी
सुनो
रौशनी
तुम
बस
इतना
काम
कर
दो
इल्म
कि
इबारत
तुम
मेरे
नाम
कर
दो
अपने
वज़ूद
से
झिलमिल
तुम
सुबह
-
ओ
-
शाम
कर
दो
रात
कि
ज़ुल्मत
को
अब
बस
तमाम
कर
दो
सुनो
रौशनी
तुम
बस
इतना
काम
कर
दो
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