Saturday, November 16, 2013

कितने जतन से उम्र सहेजी जाती है

कितने जतन से उम्र सहेजी जाती है 
यादों के मरतबान में 
कतरा - कतरा 
तिनका -तिनका 

सिक्के 
जो वक़त ने उछले 
पर्चियां
वो कर गए हवाले 
कुछ फूल 
किताबों में दबाये हुए 
कुछ वादे टूटे 
कुछ निभाए हुए 
पानी की लकीरें 
और रेत के महल 
जमी जमी कुछ बातें 
कुछ लम्हे गए पिघल 
एक कांचों की पोटली 
और पतंग कि डोर 
मोहल्ले की एक गली 
और हुल्लड़ों का शोर 
बारिश कि कुछ नमी 
कुछ धूप की चमक 
कुछ गुड़
कुछ इमली 
कुछ नीम
कुछ नमक 

कतरा - कतरा 
तिनका -तिनका 
यादों के मरतबान में 

कितने जतन से उम्र सहेजी जाती है

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