Saturday, April 13, 2013

हम मिलेंगे




ये मुझे यकीन है

कि

हम मिलेंगे

वहां



जहाँ हर रंग तेरी आँखों में उतर आयेगा

जहाँ सूरज तेरे होठों से मुस्कुराएगा

जहाँ चांदनी तेरे नूर में नहाएगी

जहाँ कहकशाँ तेरे आँचल में झिल्मिलाएगी

जहाँ सरगम तेरी हँसीं की खनक में घुल जायेगी

जहाँ हवा तेरे साथ गुनगुनायेगी

जहाँ गुल तेरे क़दमों को चूमेंगे

जहाँ मौसम तेरे साथ झूमेंगे

जहाँ मैं - मैं न रहूँगा

जहाँ तू मुझ में उतर जाएगी

जहाँ तेरी उँगलियाँ मेरी रूह को सहलायेंगी

जहाँ तेरी सांसों से मेरी ख़ुशबू आयेगी



ये मुझे यकीन है

कि

हम मिलेंगे

वहां

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