Saturday, February 09, 2013

उठो फिनिक्स



कटा है 
सर 
पर नहीं 
मरने के बाद 
मौत 
का भी 
डर नहीं 
अभी 
ताप बाँकी है राख में 
अभी 
साँस बाँकी है खाख में 
उठो फिनिक्स 
उठो 
और 
चीर कर रख दो... अँधेरा 
देखते हैं 
कब तक 
मुहँ छिपता है ...सवेरा 

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