आइना हूँ
मैं
तुमको
सच दिखाऊंगा
होगा जो
दिल में तेरे
वही नज़र आऊंगा
दर्द सताए
तो आँखों में
बन आसूँ उतरूंगा
हौसलों
की पींगों को
आघे और बधाऊंगा
होगा जो
दिल में तेरे
वही नज़र मैं आऊंगा
रूप ना बदलूँगा
रंग नहीं चमकाऊंगा
वक्त की लक्ष्मणरेखा
मैं पार नहीं कर पाऊंगा
होगा जो
दिल में तेरे
वही नज़र मैं आऊंगा
मैं
तुमको
सच दिखाऊंगा
होगा जो
दिल में तेरे
वही नज़र आऊंगा
दर्द सताए
तो आँखों में
बन आसूँ उतरूंगा
हौसलों
की पींगों को
आघे और बधाऊंगा
होगा जो
दिल में तेरे
वही नज़र मैं आऊंगा
रूप ना बदलूँगा
रंग नहीं चमकाऊंगा
वक्त की लक्ष्मणरेखा
मैं पार नहीं कर पाऊंगा
होगा जो
दिल में तेरे
वही नज़र मैं आऊंगा
बहुत खूब.... होगा जो दिल में तेरे वही नज़र आऊंगा...सुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeletesach, dil ka aina ban ke jiye koi saath,beautiful lines
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