Tuesday, December 06, 2011

तू है

मेरा वजूद, 
तेरे होने का 
सब से बड़ा सबूत है 
मैं सांस भी लेता हूँ 
तो तुझको याद करके
 
मेरी हर बात में 
तेरा जिक्र आम होता है 
तू मेरी सुबह होता है 
तू मेरी शाम होता है 

तू नूर है, सुरूर है 
तू इल्म है ,सफा भी तू 
तू दर्द है, तू प्यास है 
तड़प भी तू,दावा भी तू 

तू उम्मीद है,तू आस है 
हाँसिल है तू,तलाश है 
तू राह है ,मक़ाम है 
मंजिल भी तेरा नाम है 

मेरी हर धड़कन पर लिखा 
तेरा पैगाम होता है 
तेरे रहमत से ही अदा 
मेरा हर काम होता है 
 
ये हर सुबह होता है 
ये हर शाम होता है 
मेरे लबों पर
बस तेरा नाम होता है 

तू है, 
तो मैं भी हूँ 

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